RBSE Solutions for Class 10 Information Technology Chapter 5 एमएस पिक्चर मैनेजर

Rajasthan Board RBSE Class 10 Information Technology Chapter 5 एमएस पिक्चर मैनेजर

RBSE Class 10 Information Technology Chapter 5 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर

RBSE Class 10 Information Technology Chapter 5 वस्तुनिष्ठ प्रश्ना

प्रश्न 1.
कंप्रेस सेटिंग्स में जो एक विकल्प नहीं है?
(अ) डॉक्यूमेंट्स
(ब) वेब पेजेज
(स) ओरिजिनल साइज
(द) ई-मेल मेसेज्स
उत्तर:
(स) ओरिजिनल साइज

प्रश्न 2.
एमएस पिक्चर मैनेजर के फ्लिप सेटिंग में कितने विकल्प होते हैं ?
(अ) 7
(ब) 2
(स) 4
(द) 8
उत्तर:
(ब) 2

प्रश्न 3.
एम.एस. पिक्चर मैनेजर के रोटेशन सेटिंग में कौनसा विकल्प उपलब्ध नहीं है ?
(अ) रोटेट लेफ्ट
(ब) रोटेट राइट
(स) बाई डिग्री
(द) बाई एंगल
उत्तर:
(द) बाई एंगल

प्रश्न 4.
फ्लिप विकल्प क्या करता है ?
(अ) पिक्चर की दिशा बदलता है।
(ब) पिक्चर का आकार बदलता है।
(स) तस्वीर का पूरा आकार परिवर्तन करता है।
(द) पिक्चर का भौतिक आकार परिवर्तन करता है
उत्तर:
(अ) पिक्चर की दिशा बदलता है।

प्रश्न 5.
ऑटो-करेक्ट शॉर्टकट कमांड है –
(अ) कण्ट्रोल + सी
(ब) कण्ट्रोल + क्यु
(स) कण्ट्रोल + के
(द) कण्ट्रोल + ए
उत्तर:
(ब) कण्ट्रोल + क्यु

RBSE Class 10 Information Technology Chapter 5 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी पिक्चर का कान्ट्रास्ट क्या है ?
उत्तर:
अधिकतम और न्यूनतम पिक्सेल की तीव्रता के बीच के अन्तर को कंट्रास्ट कहते हैं।

प्रश्न 2.
पिक्चर ब्राइटनेस से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
ब्राइटनेस दृश्यधारणा की वह विशेषता है जहाँ एक स्रोत प्रकाश को दर्शाता प्रतीत होता है। यह स्रोत के सापेक्ष एक प्रकाश स्रोत से ऊर्जा उत्पादन की मात्रा के रूप में भी जाना जाता है।

प्रश्न 3.
हम फ्लिप विकल्प का उपयोग क्यों करते हैं?
उत्तर:
पिक्चर की दिशा में परिवर्तन करने के लिए फ्लिप विकल्प का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 4.
कलर एनहांसमेंट क्या करता है ?
उत्तर:
कलर एनहांसमेंट पिक्चर में रंगों की संतृप्ति सीमा बढ़ाता है।

प्रश्न 5.
पिक्चर मैनेजर का ऑटो करेक्ट फीचर क्या करता है ?
उत्तर:
पिक्चर मैनेजर का ऑटो करेक्ट स्वचालित रूप से रंग, ब्राइटनेस और कंट्रास्ट (पिक्चर में लाइट्स और डार्क्स के बीच अंतर) को समायोजित कर लेती है।

RBSE Class 10 Information Technology Chapter 5 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पिक्चर मैनेजर का क्या उपयोग है ?
उत्तर:
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पिक्चर मैनेजर एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो कि माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सुइट के 2003 संस्करण से शुरू होकर 2010 संस्करण के साथ शामिल है। माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पिक्चर मैनेजर से हम आसानी से अपने फोटो को ब्राउज/व्यवस्थित, क्राप, आकार बदलना, घुमाना, फ्लिप, पिक्चर को विभिन्न प्रारूपों के बीच कन्वर्ट, रंग परिवर्तन, ब्राइटनेस, व्यू, कंट्रास्ट और सैचुरैशन सहित आटोमेटिक एड्जस्टमेंट्स कर सकते हैं। इसके फीचर आसानी से उपयोग होने वाले हैं। जैसे – एक क्लिक करके इमेज कम्प्रेशन और उपयोगकर्ता के स्वयं के पसंद अनुसार आकार बदलना।

प्रश्न 2.
आप एमएस पिक्चर मैनेजर में यू स्लाइडर को क्यों उपयोग करते हैं ?
उत्तर:
एमएस पिक्चर मैनेजर में समग्र रंग पूर्वाग्रह को टिंट करने के लिए हयू स्लाइडर का उपयोग करते हैं। यू स्लाइडर का उपयोग करके भी अमाउंट, हयू और सैचुरैशन सेट कर सकते हैं।

प्रश्न 3.
आप एमएस पिक्चर मैनेजर में एक पिक्चर कैसे खोलते हैं ?
उत्तर:
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पिक्चर मैनेजर हमको अपने कम्प्यूटर या किसी नेटवर्क स्थान पर संग्रहीत तस्वीरों को ढूंढने में मदद करता है और ऑफिस पिक्चर मैनेजर स्वतः पिक्चर शॉर्टकट बनाता है ताकि हम अपनी पिक्चरों को और अधिक आसानी से पता लगा सकें। इसमें लोकेट पिक्चर्स फीचर होते हैं। जो हमको शक्तिशाली खोज (पावरफुल सर्च) के साथ अपने पिक्चरों को खोजने में सक्षम बनाता है। जब हम पिक्चर गैनेजर खोलते हैं तो यह स्वचालित रूप से हमारे कम्प्यूटर पर माय पिक्चर्स फोल्डर और अन्य सबफोल्डर्स प्रदर्शित करता है।पिक्चर मैनेजर में एक पिक्चर को खोलने के लिए निम्न चरणों का उपयोग करते हैं – स्टार्ट बटन से आल प्रोग्राम, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस टूल्स पर जाएँगे और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पिक्चर मैनेजर क्लिक करेंगे।
चरण 1. एड पिक्चर शॉर्टकट पर क्लिक करेंगे।
चरण 2. फोल्डर जिसमें हमारी पिक्चर्स हैं को खोजने के लिए ब्राउज करेंगे।
चरण 3. एड पर क्लिक करेंगे।
चरण 4. नया फोल्डर सूची में दिखाई देगा।
चरण 5. इच्छित पिक्चर को खोलने के लिए डबल क्लिक करेंगे।

प्रश्न 4.
पिक्चर की प्रोपर्टीज क्या होती है ? आप पिक्चर मैनेजर में पिक्चर की प्रॉपर्टीज को कैसे पता कर सकते हैं ?
उत्तर:
पिक्चर की प्रॉपर्टीज में उसका प्रकार, डाइमेंशन्स, आकार, समय जब बनाई गई है और अंतिम संशोधित समय, स्थान आदि शामिल होते हैं।
हम निम्नलिखित चरणों का उपयोग करके पिक्चर प्रॉपर्टीज ढूँढ़ सकते हैं|
चरण 1. इच्छित पिक्चर का चयन करें, जिसकी प्रॉपर्टीज का पता करना है।
चरण 2. फाइल मेनू में प्रॉपर्टीज पर क्लिक करेंगे। वैकल्पिक रूप से, पिक्चर पर राइट क्लिक करेंगे और पॉपअप मेनू में प्रॉपर्टीज पर क्लिक करेंगे।
चरण 3. स्क्रीन के दाईं ओर पिक्चर की प्रॉपर्टीज दिखाई देगी।

प्रश्न 5.
हम एमएस पिक्चर मैनेजर में रीसाइज सेटिंग का उपयोग क्यों करते हैं ?
उत्तर:
हम आमतौर पर किसी पिक्चर को वेब पेज पर अपलोड करने में या इसे ई-मेल करने में या अपने डिजिटल कैमरा से पिक्चर का उपयोग करते समय, एक समस्या को सामना करते हैं जो कि उस पिक्चर का आकार होता है। इसे प्रस्तुतियों और दस्तावेजों में अनुलग्न करने के दौरान अक्सर इसका भौतिक आकार और डाइमेंशन बहुत बड़ा होता है। अपने प्रस्तुतियाँ और दस्तावेज के समग्र आकार को प्रबंधनीय बनाये रखने के लिए हम अपनी पिक्चरों का आकार बदल सकते हैं।

RBSE Class 10 Information Technology Chapter 5 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
पिक्चर मैनेजर के ऑटो-करेक्ट फीचर को समझाइए।
उत्तर:
ऑटो करेक्ट – पिक्चर मैनेजर की ऑटो करेक्ट सुविधा स्वचालित रूप से रंग, ब्राइटनेस (समग्र पिक्चर की लाइटनेस/डार्कनेस) और कंट्रास्ट (पिक्चर में लाइट्स और डार्क्स के बीच अंतर) को समायोजित कर लेती हैं। जरूरी नहीं है कि पिक्चर में बहुत बड़ा परिवर्तन हो, यह उस पिक्चर विशेष पर निर्भर करता है। ऑटो करेक्ट उपयोग करने के बाद यदि फोटो सही नहीं लगती है, तो हम ऑटो करेक्शन को पूर्ववत् (अनडू) कर सकते हैं। पिक्चर को ऑटो करेक्ट करने के लिए निम्नलिखित चरणों का उपयोग करेंगे –
चरण 1. हम ऑटो करेक्ट करने के लिए इच्छित पिक्चर का चयन करेंगे।
चरण 2. पिक्चर मैनेजर के द्वारा की गयी अनुशंसा के मानों को देखने के लिए, पिक्चर मेनू में ऑटो करेक्ट क्लिक करेंगे।
चरण 3. ऑटो करेक्ट उपयोग करने के बाद यदि फोटो सही नहीं लगती है, तो हम ऑटो करेक्शन को पूर्ववत् (अनडू) करने के लिए एडिट मेनू में अनडू क्लिक करेंगे या कण्ट्रोल + जेड (Ctrl + Z) दबाएँगे।

वैकल्पिक रूप से, इच्छित पिक्चर जिसे हम ऑटो करेक्ट करना चाहते हैं पर राइट क्लिक करेंगे और फिर पॉपअप मेनू में एडिट पिक्चर्स पर क्लिक करेंगे, फिर बाईं ओर दिखाई देने वाले एडिट पिक्चर मेनू में ऑटो करेक्ट क्लिक करेंगे या हम ऑटो करेक्ट शॉर्ट कट कमाण्ड कण्ट्रोल + क्यू (Ctrl + Q) का उपयोग कर सकते हैं।

प्रश्न 2.
आप एमएस पिक्चर की ब्राइटनेस और कन्ट्रास्ट में वृद्धि कैसे कर सकते हैं ?
उत्तर:
ब्राइटनेस और कन्ट्रास्ट – ब्राइटनेस (चमक) दृश्ये धारणा की विशेषता है, जहाँ एक स्रोत, प्रकाश को दर्शाता प्रतीत होता है। यह स्रोत के सापेक्ष एक प्रकाश स्रोत से ऊर्जा उत्पादन की मात्रा के रूप में भी जाना जाता है। इसके विपरीत अधिकतम और न्यूनतम पिक्सेले तीव्रता के बीच के अंतर को कंट्रास्ट कहते हैं। पिक्चर की ब्राइटनेस और कन्ट्रास्ट समायोजित करने के लिए निम्नलिखित चरणों का उपयोग करेंगे –
चरण 1. ब्राइटनेस और कन्ट्रास्ट समायोजित करने के लिए इच्छित पिक्चर का चयन करेंगे।
चरण 2. पिक्चर मेनू में ब्राइटनेस एंड कन्ट्रास्ट क्लिक करेंगे।
चरण 3. स्क्रीन के दाईं ओर पर ब्राइटनेस एंड कन्ट्रास्ट लिंक क्लिक करेंगे।
चरण 4. चयनित पिक्चर के ब्राइटनेस स्तर को स्वचालित रूप से ठीक करने के लिए, ऑटो ब्राइटनेस बटन क्लिक करेंगे (यह अक्सर अधिक सुधार बना देता है, अगर हमको परिणाम पसंद नहीं है तो हम हमेशा पूर्ववत् (अनडू) कर सकते हैं)।
चरण 5. एडवांस सेटिंग में, जहाँ माइलस्टोन, हाईलाइट, और शैडो विकल्प दिखाई देते हैं, हम उन्हें आवश्यकतानुसार मैन्युअल रूप से समायोजित कर सकते हैं।

प्रश्न 3.
कलर एन्हांसमेंट को विस्तार में समझाइए।
उत्तर:
कलर एन्हांसमेंट-रंग (कलर) एन्हांसमेंट (संवर्धन) पिक्चर में रंगों की संतृप्ति सीमा बढ़ाता है। हम स्वचालित रूप से चयनित पिक्चरों के रंग को संतुलित करने के लिए, स्क्रीन के दाएँ हाथ पक्ष में स्थित, एन्हांस कलर बटन से कर सकते हैं। हम हयु और सैचुरैशन सेटिंग्स का उपयोग करके भी अमाउंट, यु और सैचुरैशन सेट कर सकते हैं।
पिक्चर के रंग को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित चरणों का उपयोग करेंगे
चरण 1. कलर एन्हांसमेंट करने के लिए इच्छित पिक्चर का चयन करेंगे।
चरण 2. पिक्चर मेनू में कलर क्लिक करेंगे।
चरण 3. स्क्रीन के दाईं ओर कलर लिंक क्लिक करेंगे।
चरण 4. एन्हांस कलर बटन क्लिक करेंगे, फिर पिक्चर के अंदर उस क्षेत्र पर क्लिक करेंगे जो सफेद होना चाहिए (सॉफ्टवेयर स्वचालित रूप से रंग संतुलन समायोजित करेगा)।
चरण 5. उसके बाद, यदि हम चाहते हैं तो, हम समायोजन को फाइन-ट्यून कर सकते हैं –

  • सुधार को एक डिग्री तक समायोजित करने के लिए, हम अमाउंट स्लाइडर का उपयोग करेंगे।
  • पिक्चर में समग्र रंग पूर्वाग्रह को टिंट करने के लिए, यू स्लाइडर का उपयोग करेंगे।
  • पूरी पिक्चर की रंग गहनता में वृद्धि या कमी करने के लिए, सैचुरैशन स्लाइडर का उपयोग करेंगे।

प्रश्न 4.
क्रॉप सेटिंग क्या होती है ? क्रॉप सेटिंग्स की जरूरत समझाइए।
उत्तर:
क्रॉप सेटिंग – जब फोटो का संपादन करना हो तब क्रॉपिंग एक आसान पर महत्त्वपूर्ण कदम है। ट्रिम करने और अवांछित निकालने के लिए, फ्रेमिंग इम्प्रूव करने के लिए, सब्जेक्ट मैटर को अधिक सुस्पष्ट (अक्सनटूएट) करने के लिए, और आस्पेक्ट रेश्यो बदलने के लिए आप क्रॉपिंग टूल्स का उपयोग कर सकते हैं। क्रॉप सेटिंग को पिक्चर पर लागू करने के लिए।

निम्नलिखित चरणों का उपयोग करेंगे –
चरण 1. क्रॉप करने के लिए इच्छित पिक्चर का चयन करेंगे।
चरण 2. पिक्चर टैब में क्रॉप क्लिक करेंगे।
चरण 3. स्क्रीन के दाईं ओर क्रॉप लिंक क्लिक करेंगे।
चरण 4. पिक्चर के चारों ओर किनारे और कोने दिखाई देंगे, अब हम पिक्चर को चाहे गए डाइमेंशन्स में बदलने के लिए इन क्रॉपिग हैंडल्स् को खींचेंगे।

  • अनुपात बनाए रखने के लिए कोनों से समायोजित करेंगे।
  • अनुपात बदलने के लिए साइड (पक्षों) से समायोजित करेंगे।
  • क्रॉप बॉक्स को मूव करने के लिए पिक्चर को अंदर से खींचेंगे।
  • यदि हम एक मानक आस्पेक्ट रेश्यो जैसे 4 x 6, या 5 x 7, में क्रॉप करना चाहते हैं, तो क्रॉप सेटिंग्स के अंतर्गत, आस्पेक्ट रेश्यो ड्रॉप-डाउन मेनू से चयन करेंगे।

चरण 5. जब हम अपने चयन के साथ संतुष्ट हों,। ओके क्लिक करेंगे।

प्रश्न 5.
रोटेट और फ्लिप सेटिंग्स का उद्देश्य समझाइए।
उत्तर:
रोटेशन के रूप में तीन विकल्प हैं – रोटेट लेफ्ट, रोटेट राईट और रोटेट बाई डिग्री। हम इन विकल्पों पर क्लिक करके आवश्यकतानुसार कई बार रोटेशन प्राप्त कर सकते हैं। पिक्चर की दिशा में परिवर्तन करने के लिए, फ्लिप विकल्प का उपयोग किया जाता है। फ्लिप के रूप में दो विकल्प हैं – फ्लिप हॉरिजॉन्टल और फ्लिप वर्टीकल।
पिक्चर पर रोटेट और फ्लिप सेटिंग्स लागू करने के लिए निम्नलिखित चरण का उपयोग करेंगे –
चरण 1. रोटेट और फ्लिप करने के लिए इच्छित पिक्चर का चयन करेंगे।
चरण 2. पिक्चर मेनू में रोटेट एड फ्लिप क्लिक करेंगे।
चरण 3. निम्न में से एक करेंगे पिक्चर को घुमाने के लिए, रोटेट लेफ्ट या रोटेट राईट आवश्यकतानुसार क्लिक करेंगे। (यदि हम इस विकल्प को एक से अधिक बार क्लिक करते। हैं तो, पिक्चर का एक ही दिशा में घूमना जारी रहेगा) पिक्चर को दाईं ओर घुमाने के लिए, बाई डिग्री बॉक्स में ऊपर वाले तीर को क्लिक करेंगे। पिक्चर को बाईं ओर घुमाने के लिए, बाई डिग्री बॉक्स में

नीचे वाले तीर को क्लिक करेंगे। पिक्चर को विशिष्ट संख्या डिग्री के द्वारा घुमाने के लिए, हम बाई डिग्री बॉक्स में एक मान भी टाइप कर सकते हैं।

पिक्चर को फ्लिप करने के लिए, फ्लिप हॉरिजॉन्टल और फ्लिपवर्टीकल को आवश्यकतानुसार क्लिक करेंगे।

प्रश्न 6.
हम कंप्रेस सेटिंग्स का उपयोग क्यों करते हैं? एक पिक्चर को कम्प्रेस करने के लिए चरण लिखें।
उत्तर:
कम्प्रेस सेटिंग्स कंप्रेस पिक्चर, पिक्चर के आकार को, पिक्चर की गुणवत्ता एक अस्वीकार्य स्तर तक कम किये बिना ग्राफिक्स फाइल की बाइट्स में कर्म करने के लिए उपयोग किया जाता है। कंप्रेस पिक्चर कमाण्ड, पिक्चर को एक अंतर्निहित मानक आकारों के साथ रीसाइज करती है, और पिक्चर डेटा को कंप्रेस करती है ताकि यह डिस्क पर कम स्थान ले। पिक्चर को कंप्रेस करने के लिए निम्नलिखित चरणों का उपयोग करेंगे|

चरण 1. कंप्रेस करने के लिए इच्छित पिक्चर का चयन करेंगे।
चरण 2. पिक्चर मेनू में कंप्रेस पिक्चर क्लिक करेंगे।
चरण 3. स्क्रीन के दाईं ओर कंप्रेस पिक्चर के अंतर्गत, कंप्रेस फॉर पर क्लिक करेंगे। (रीसाइज टास्क पैन के निचले भाग पर साइज सेटिंग सारांश हमको नए और मूल आकार की तुलना करने देता है)
चरण 4. कंप्रेस फॉर के लिए विकल्पों का चयन करेंगे –

  • डोंट कंप्रेस – पिक्चर को उसी आकार में रखने के लिए।
  • डॉक्यूमेंट्स – 1024 x 768 पिक्सल में फिट बैठता है, जो कि एक पिक्चर को एक वर्ड डॉक्यूमेंट या पीपीटी प्रस्तुति के भीतर रखने के लिए सबसे अच्छा
  • वेब पेजेज – वेब पृष्ठों पर या ई-मेल में, संपीडित करके जल्दी से लोड करने के लिए, 448 x 336 पिक्सेल के भीतर ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन में फिट बैठता है।
  • ई-मेल मैसेजैज – थम्बनेल प्रदर्शन के लिए। 160 x 160 पिक्सेल के भीतर फिट बैठता है, तेजी से लोड करने और छोटे फाइल आकार के लिए सबसे अच्छा है।

चरण 5. हम एक बार नए डाइमेंशन्स दर्ज करने के बाद, पिक्चर का आकार बदलने के लिए ओके क्लिक करेंगे।

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