RBSE Solutions for Class 10 Physical Education Chapter 4 भारत के प्राचीन खेल एवं परम्परायएँ

Rajasthan Board RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 भारत के प्राचीन खेल एवं परम्परायएँ

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
शतरंज का आविष्कार सबसे पहले किसने किया था, नाम लिखें।
उत्तर:
शतरंज का आविष्कार सबसे पहले रावण की पत्नी मंदोदरी ने किया था।

प्रश्न 2.
प्राचीन काल में भारत में कितने खेले जाते थे।
उत्तर:
प्राचीन काल में भारत में 17 खेल खेले जाते थे।

प्रश्न 3.
साँप सीढ़ी का खेल किस शताब्दी में किस कवि ने तैयार किया था ?
उत्तर:
साँप सीढ़ी का खेल 13वीं शताब्दी में संत ज्ञानदेव द्वारा तैयार किया गया था।

प्रश्न 4.
कबड्डी खेल को दक्षिण भारत में किस नाम से खेला जाता था ?
उत्तर:
कबड्डी खेल को दक्षिण भारत में चेडुगुडु नाम से खेला जाता है।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
प्राचीन समय के 12 टॉप खेलों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्राचीन समय के 12 टॉप खेलों का वर्णन निम्नलिखित है।
(1) शतरंज – दुनियाभर में शतरंज को दिमाग वाला खेल माना जाता है। इस खेल का आविष्कार लंका के राजा रावण की रानी मंदोदरी ने किया था। अमरकोश के अनुसार प्राचीन नाम चतुरंगिनी था। जिसका अर्थ 4 अंगों वाली सेना था। गुप्तकाल में इस खेल का बहुत प्रचलन था। पहले इस खेल का नाम चतुरंग भी था। लेकिन 6ठी शताब्दी में फारसियों के प्रभाव के चलते इसे शतरंज कहा जाने लगा। यह खेल ईरानियों के माध्यम से यूरोप में पहुँचा तो इसे चैसे कहा जाने लगा।

(2) साँप सीढ़ी – बच्चों का खेल साँप सीढ़ी विश्व भर में प्रचलित है। इसे मोक्षपट भी कहते हैं। साँप सीढ़ी के खेल का वर्तमान स्वरूप 13वीं शताब्दी में कवि संत ज्ञानदेव द्वारा तैयार किया गया था। यह खेल हिन्दुओं को नैतिकता का पाठ पढ़ाता था। इस खेल की नैतिकता अंग्रेजों को भी भा गई और वे इस खेल को इंग्लैण्ड ले गए। वहाँ यह खेल लुड्डो अथवा स्नेक्स एडं लेडर्स के नाम से फैल गया।

(3) कबड्डी – कबड्डी एक सामूहिक खेल है। जो प्रमुख रूप से भारत में खेला जाता है। इस खेल को दक्षिण भारत में चेडुगुडु और पूरब में हु तू तू के नाम से भी जाना जाता है। भारत में इस खेल का उद्भव प्रागैतिहासिक काल से माना जाता है। यह खेल लोगों में आत्मरक्षा या शिकार के गुणों को सिखाए जाने के लिए किया जाता था। महाभारत काल में भगवान कृष्ण और उनके साथियों द्वारा कबड्डी खेली जाती थी। इस बात का उल्लेख एक ताम्रपत्र में है। अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फंसाना इसी खेल का एक उदाहरण है। पहले मिट्टी के मैदान में खेली जाती थी। आधुनिक काल में मैट पर खेली जाती है।

(4) खो-खो-खो-खो मैदानी खेलों में सबसे प्राचीनतम रूपों में से एक है जिसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जाता है। मुख्य रूप से आत्मरक्षा आक्रमण व प्रत्याक्रमण के कौशल को विकसित करने के लिए इसकी खोज हुई थी। यह पहले मिट्टी के मैदान में खेला जाता रहा है। अब यह मैट पर खेला जाता है।

(5) चौपड़ पासा – इसे चेस, पचीसी और चौसर भी कहते हैं। यह पलंग आदि की बुनावट का वह प्रकार है जिसमें चौसर की आकृति बनी होती है। दरअसल यह खेल जुए से जुड़ा खेल है। महाभारत काल में कौरवों और पाण्डवों के बीच यह खेल खेला गया था और उसमें पाण्डव हार गये थे। मुस्लिम काल में यह खेल शासकीय वर्ग तथा सामान्य लोगों के घरों में पांसा के नाम से खेला जाता था। यह खेल आज भी लोकप्रिय है।

(6) पोलो या सगोल कंग जेट – आधुनिक पोलो की तरह की घुड़सवारी युक्त यह खेल 34 ईसवी में भारतीय राज्य मणिपुर में खेला जाता था। इसे सगोल कंगजेट कहा जाता था। सगोल (घोड़ा) कंग (गेंद) तथा जेट (हॉकी की तरह की स्टिक)। कालांतर में मुस्लिम शासक उसी प्रकार से चौगान (पोलो) और अफगानिस्तानवासी घोड़े पर बैठकर बुजकशी खेलते थे। लेकिन बुजकशी का खेल अति क्रूर था। सगोल कंगजेट का खेल अंग्रेजों ने पूर्वी भारत के चाय बागान वासियों से सीखा और बाद में उसके नियम आदि बनाकर 19वीं शताब्दी में इसे पोलो के नाम से यूरोपीय देशों में प्रचाारेत किया।

(7) फुटबॉल – फुटबॉल का खेल आज सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल में ब्राजील, स्पेन, अर्जेन्टीना आदि देशों की बादशाहत है। भारत ही फुटबॉल खेल का जन्मदाता है । महाभारत में जिक्र है कि कृष्ण अपने साथियों के साथ यमुना के किनारे फुटबॉल खेलते थे।

(8) तीरन्दाजी – तीरंदाजी का आविष्कार भारत में हुआ। इसके असंख्य प्रमाण हैं। इसे अंग्रेजी में बो एंड एरो भी कहते हैं। हालाँकि विदेशी इतिहासकार इसकी उत्पत्ति मिस्र और चीन से जोड़ते हैं। भारत में एक से एक धनुर्धर थे। धनुर्धर नाम से एक प्राचीन वेद भी है। जिसमें इस विद्या को विस्तार से बताया गया है। यह विद्या सीखने के दौरान गुरुकुल में इसकी प्रतियोगिता होती थी।

(9) कुश्ती – रामायणकाल में हनुमान और महाभारत काल में भीम को अपने साथियों के साथ कुश्ती लड़ने का जिक्र आता है। कुश्ती एक अति प्राचीन खेल कला एवं मनोरंजन का साधन है। यह प्रायः दो व्यक्तियों के बीच होती है। जिसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी को पकड़कर एक विशेष स्थिति में लाने का प्रयत्न करता है। कुश्ती में दारासिंह, गामा पहलवान और गुरु हनुमान की मिसाल दी जाती है। कुश्ती की प्रतियोगिता को दंगल भी कहते हैं। इसके खिलाड़ियों को पहलवान कहते हैं और इसके मैदान को अखाड़ा कहते हैं।

(10) हॉकी – हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। हॉकी का जन्म 2000 वर्ष पूर्व ईरान में हुआ था, तब ईरान को पारस्य देश कहा जाता था और यह आर्यावर्त का एक हिस्सा था। मूलतः हॉकी का जन्म उस इलाके में हुआ जहाँ भारत का प्राचीन कम्बोज देश था। यह खेल भारत से ही ईरान (फारस) गया और वहाँ से ग्रीस। ग्रीस के लोगों ने इसको उनके यहाँ होने वाले ओलम्पिक खेलों में शामिल किया। भारत में मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहते हैं।

(11) गिल्ली डंडा – गिल्ली डंडा भी बहुत ही प्राचीन भारतीय खेल है। लकड़ी की एक 5 से 7 इंची एक गिल्ली बनती है और एक हाथ का एक डंडा। अधिकतर यह खेल मकरसंक्राति पर खेला जाता है। इस खेल का प्रचलन केवल भारत में ही है। गिल्ली डंडा से ही प्रेरित होकर गोल्फ का आविष्कार हुआ।

(12) गंजिफा-सामान्यतया ताश जैसे इस खेल को धार्मिक और नैतिक महत्त्व था। ताश की तरह पत्ते गोलाकार शक्ल के होते थे। उन पर लाख के माध्यम से या किसी अन्य पदार्थ से चित्र बने होते थे। उस समय इस खेले में लगभग 12 कार्ड होते थे जिन पर पौराणिक चित्र बने होते थे।

प्रश्न 2.
किसी एक उत्थानक खेल का विवरण उसके उद्देश्य सहित कीजिए।
उत्तर:
कबड्डी एक सामूहिक खेल है जो प्रमुख रूप से भारत में खेला जाता है। इस खेल को दक्षिण भारत में चेडुगुडु और पूरब हु तू तू के नाम से भी जाना जाता है। भारत में इस खेल का उद्भव प्रागैतिहासिक काल से माना जाता है। यह खेल लोगों में आत्म-रक्षा या शिकार के गुणों को सिखाए जाने के लिए किया जाता था। महाभारत काल में भगवान कृष्ण और उनके साथियों द्वारा कबड्डी खेली जाती थी। पहले मिट्टी के मैदान में खेली जाती थी। आधुनिक काल में मैट पर खेली जाती है।

प्रश्न 3.
गिल्ली डंडा व खो-खो खेल का ऐतिहासिक विकास लिखो।
उत्तर:
गिल्ली डंडा-गिल्ली डंडा बहुत ही प्राचीन भारतीय खेल है। लकड़ी की 5 से 7 इंची एक गिल्ली बनती है। और एक हाथ को एक डंडा! इस खेल को प्रचलन भारत में ही है। यह बहुत ही मनोरंजक खेल है। इस खेल से ही प्रेरित होकर गोल्फ का आविष्कार हुआ है। खो-खो-खो-खो मैदानी खेलों में सबसे प्राचीनतम रूपों में से एक है। जिसका उद्भव प्रागैतिहासिक भारत में माना जा सकता है। मुख्य रूप से आत्मरक्षा आक्रमण व प्रत्याक्रमण के | कौशल को विकसित करने के लिए इसकी खोज हुई थी। यह भी । पहले मिट्टी के मैदान में खेला जाता रहा है। इस काल में मैट पर खेला जाता है।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
अभिमन्यु को चक्रव्यूह में फँसाना जिस खेल का उदाहरण है वह है –
(अ) खो-खो
(ब) कबड्डी
(स) हॉकी
(द) फुटबॉल
उत्तर:
(ब) कबड्डी

प्रश्न 2.
भारत का राष्ट्रीय खेल है
(अ) हॉकी
(ब) क्रिकेट
(स) कबड्डी
(द) खो-खो
उत्तर:
(अ) हॉकी

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
मल्लयुद्ध के प्रख्यात योद्धाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
बलराम, भीम, हनुमान, जामवंत और जरासंध आदि के नाम मल्लयुद्ध में प्रख्यात हैं।

प्रश्न 2.
साँप सीढ़ी का दूसरा नाम लिखिए।
उत्तर:
साँप सीढ़ी को दूसरा नाम मोक्षपट है।

प्रश्न 3.
कुश्ती की प्रतियोगिता को क्या कहते हैं?
उत्तर:
कुश्ती की प्रतियोगिता को दंगल कहते हैं।

प्रश्न 4.
भारत में हॉकी का जादूगर किसको कहते हैं?
उत्तर:
भारत में हॉकी का जादूगर मेजर ध्यान चंद को कहते हैं।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 4 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
फुटबॉल के ऐतिहासिक विकास का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
फुटबॉल का खेल आज सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल में ब्राजील, स्पेन, अर्जेन्टीना आदि देशों की बादशाहत है और भारत सबसे निचले पायदान पर नजर आता है। फुटबॉल का जन्मदाता देश भारत है। चूंकि इतिहास अंग्रेजों ने लिखा इसलिए उन्होंने ओलम्पिक को महान् बना दिया। कुछ लोग चीन, यूनान और कुछ लोग इटली को इसका जन्मदाता देश मानते हैं। लेकिन इसका सबसे प्राचीन उल्लेख महाभारत में मिलता है। महाभारत में जिक्र आता है कि कृष्ण अपने साथियों के साथ यमुना के किनारे फुटबॉल खेलते थे।

प्रश्न 2.
कुश्ती के विकास को समझाइये।
उत्तर:
कुश्ती एक अति प्राचीन खेल कला एवं मनोरंजन का साधन है। रामायणकाल में हनुमान और महाभारत काल में भीम का अपने साथियों के साथ कुश्ती लड़ने का जिक्र आता है। यह प्रायः दो व्यक्तियों के बीच में होती है जिसमें खिलाड़ी अपने प्रतिद्वन्द्वी को पकड़कर एक विशेष स्थिति में लाने का प्रयास करता है। कुश्ती की प्रतियोगिता को दंगल भी कहते हैं। इसके खिलाड़ियों को पहलवान कहते हैं और इसके मैदान को अखाड़ा कहते हैं। भारत के शैव पंथी संत प्राचीन काल से ही इसी खेल को खेलते आए हैं। अखाड़ों का इतिहास लगभग 2500 ई.पू. से ताल्लुक रखता है। लेकिन अखाड़े 8वीं सदी से अस्तित्व में आए, जब आदि शंकराचार्य ने महानिर्वाणी निरंजनी, जूना, अटल आवाहन अग्नि और आनन्द अखाड़े की स्थापना की। बाद में छत्रपति शिवाजी के गुरु ने भारत देश के अखाड़ों का पुनर्जागरण किया। आज के काल में कुश्ती मैट पर खेली जा रही है।

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