RBSE Solutions for Class 10 Physical Education Chapter 6 स्वास्थ्य समस्याएँ एवं निराकरण

Rajasthan Board RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 स्वास्थ्य समस्याएँ एवं निराकरण

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
व्यक्ति के आनुवंशिक रोग कौनसे हैं ?
उत्तर:
व्यक्ति के आनुवंशिक रोग डाइबिटीज और हीमोफीलिया आदि हैं।

प्रश्न 2.
शारीरिक समस्याओं के दो कारण लिखिए।
उत्तर:
शारीरिक समस्याओं के दो कारण निम्नलिखित हैं।

  1. पर्यावरण असन्तुलन
  2. असन्तुलित भोजन

प्रश्न 3.
डेंगू रोग कैसे फैलता है ?
उत्तर:
डेंगू एक उष्ण कटिबंधीय और उपोषण कटिबंधीय क्षेत्रों में होने वाला एक मच्छर जनित रोग है। यह पशुओं या कीटों से फैलने वाला रोग है।

प्रश्न 4.
डेंगू रोग के लक्षण बताइये।
उत्तर:
डेंगू रोग के लक्षण – यह रोग अचानक तीव्र ज्वर के साथ शुरू होता है जिसके होने पर व्यक्ति के सिर में तेज दर्द होता है माँसपेशियों एवं जोड़ों में भयंकर दर्द होता है। इसके अलावा शरीर पर लाल चकते भी बन जाते हैं। पेट खराब होना, कमजोरी आना, दस्त लगना, ब्लेडर की समस्या, निरन्तर चक्कर आना, भूख न लगना इसके मुख्य लक्षण हैं।

प्रश्न 5.
हैजा रोग के जीवाणु को क्या कहते हैं तथा यह किस आकार के होते हैं ?
उत्तर:
हैजा रोग के जीवाणु को विब्रियो कॉलेरा (Vibrio cholera) कहते हैं।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
रोग कितने तरह के होते हैं ? संक्रामक रोगों के बारे में जानकारी दीजिए।
उत्तर:
रोग दो प्रकार के होते हैं –

  1. अर्जित या संक्रामक रोग
  2. आनुवंशिक रोग।

अर्जित या संक्रामक रोग – यह रोग जन्म के पश्चात उत्पन्न होने वाले रोग हैं इनकी रोकथाम व उपाय सम्भव है। जुकाम, खाँसी, बुखार, मलेरिया, टाइफाइड, हैजा, निमोनिया आदि। संक्रामक रोगों का फैलाव वायरस, जीवाणु तथा विभिन्न प्रकार की कवक (Fungi) द्वारा होता है। यह प्रत्यक्ष सम्पर्क से अथवा अप्रत्यक्ष सम्पर्क से फैलता है। प्रत्यक्ष सम्पर्क द्वारा फैलने वाले रोग जुखाम, खाँसी, दाद, खाज, टी.बी. इत्यादि हैं।
अप्रत्यक्ष सम्पर्क से फैलने वाले रोग मलेरिया, हैजा, पेचिश इत्यादि हैं।

संक्रामक रोग निम्नलिखित साधन द्वारा प्रसारित होते हैं –

  1. वायु के द्वारा – चेचक, खसरा, छोटी माता, कन्फेड, क्षय रोग आदि के रोगाणु एक स्थान से दूसरे स्थान चले जाते हैं।
  2. पानी व भोजन के द्वारा फैलने वाले रोग – हैजा, मलेरिया, पोलियो, टी.बी. आदि रोग अस्वच्छ व अशुद्ध भोजन व दूषित पानी द्वारा फैलते हैं।
  3. मच्छरों से फैलने वाले रोग – मलेरिया, डेंगू, चिकन गुनिया इत्यादि रोग मच्छरों के काटने से फैलते हैं।
  4. रोगी के सम्पर्क से फैलने वाले रोग – रोगी के सम्पर्क में आने से उनके बिस्तरों, उपयोग किये हुये बर्तनों अन्य साधनों के सम्पर्क से भी स्वस्थ व्यक्ति में रोग फैलता है।

प्रश्न 2.
मलेरिया रोग के कारण, लक्षण व रोकथाम के बारे में विस्तार से लिखिए।
उत्तर:
मलेरिया – मलेरिया हमारे देश में प्रायः वर्षा ऋतु में होता है। परन्तु यह वैसे किसी भी ऋतु में हो सकता है। यह रोग मादा ऐनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है।

रोग का प्रसार – मलेरिया के पराश्रयी ऐनोफिलीज नामक मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और जब यह मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है तो यह पराश्रयी मनुष्य के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। दस-बारह दिन में इनका पर्याप्त विस्तार हो जाता

रोग का लक्षण – सिरदर्द, जी मचलना तथा वमन के साथ बुखार होना, बुखार सर्दी लग कर आना जब बुखार उतरता है तो पसीना आता है, बुखार उतरकर पुनः आता है, शरीर में थकावट आती है।

रोग की रोकथाम –

  1. यह बात ध्यान रखी जानी चाहिये कि मलेरिया मच्छर द्वारा फैलता है। अतः किसी भी प्रकार से मच्छरों को नष्ट करना चाहिये।
  2. घरों के आस-पास या विद्यालय के पास गड्ढों में गंदा पानी इकट्ठा हो तो मिट्टी डलवानी चाहिए क्योंकि मच्छर ज्यादातर गड्ढों में पड़े गंदे पानी में फैलते हैं।
  3. घरों या विद्यालय के आस-पास गंदा पानी इकट्ठा नहीं होने दें।
  4. घरों या विद्यालयों में डी.टी.टी. का छिड़काव करवाया जाये।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
मलेरिया का लक्षण है
(अ) सिर दर्द
(ब) ज्वर सर्दी लगकर आना
(स) तापक्रम कभी-कभी पर्याप्त ऊँचा हो जाना
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तरमाला:
(द) उपर्युक्त सभी

प्रश्न 2.
प्रत्यक्ष सम्पर्क द्वारा फैलने वाला रोग है
(अ) हैजा
(ब) खाँसी।
(स) पेचिश
(द) मलेरिया
उत्तरमाला:
(ब) खाँसी।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
वायु के द्वारा फैलने वाले रोगों के नाम लिखिए।
उत्तर:
चेचक, खसरा, छोटी माता, कन्फेड़ तथा क्षय रोग के रोगाणु वायु द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर चले जाते हैं।

प्रश्न 2.
व्यक्ति स्वच्छता का पहला पाठकहाँ से सीखता है ?
उत्तर:
व्यक्ति स्वच्छता का पहला पाठ अपने परिवार से ही सीखता है।

प्रश्न 3.
अप्रत्यक्ष सम्पर्क से फैलने वाले रोगों के नाम लिखिए।
उत्तर:
अप्रत्यक्ष सम्पर्क से फैलने वाले रोग मलेरिया, हैजा और पेचिस आदि है।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
संक्रामक रोगों की रोकथाम के उपाय लिखिए।
उत्तर:
संक्रामक रोगों की रोकथाम के उपाय निम्नलिखित –

  1. सूचना – जब संक्रामक रोग फैलने प्रारम्भ हो जाते हैं तो सभी संक्रामक रोगों की सूचना सार्वजनिक चिकित्साधिकारी को दे दी जाए जिससे वह रोकथाम के उपाय कर सके।
  2. प्रथीकरण – रोगी को स्वस्थ व्यक्ति से अलग कर दिया जाये। इसके लिए यह आवश्यक है कि रोगी को संक्रामक रोगों के अस्पताल में भेज दिया जाए।
  3. प्रतिरक्षण – व्यक्तियों की रोग अवरोधक शक्ति को बढ़ा दिया जाये तो जीवाणुओं के शरीर में प्रवेश करने के पश्चात रोग सरलता से उत्पन्न नहीं होगा इसके अलावा संतुलित भोजन की व्यवस्था पर भी ध्यान देना आवश्यक है।
  4. संगरोधन – जो व्यक्ति किसी संक्रामक वातावरण में पर्याप्त काल तक रह चुके हैं तथा जिनको रोग लग जाने का संदेह है। उन्हें स्वस्थ व्यक्तियों से अलग रखने का विशेष प्रयास करना चाहिये। ऐसे लोगों को समय पर निरीक्षण कराते रहना चाहिये।
  5. विसंक्रमण – संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं को या तो पूर्णतया नष्ट कर दिया जाये या इनको विसंक्रमित कर दिया जाये।

प्रश्न 2.
डेंगू की रोकथाम के उपाय लिखिए।
उत्तर:
रोग की रोकथा – डेंगू की रोकथाम आमतौर पर चिकित्सकीय प्रक्रिया से की जाती है लेकिन इसके दूसरे विषाणुजनित रोगों से अलग कर पाना कठिन है। उपचार का मुख्य तरीको सहायक चिकित्सा देना ही है। मुख में तरल देते रहना चाहिए अन्यथा जल की कमी हो सकती है। नसों द्वारा भी तरल दिया जा सकता है। आँतों में रक्त स्राव होता है जिसे मेलना की मौजूदगी से पहचान सकते हैं। इसमें खून चढ़ाया जा सकता है। इस संक्रमण में एस्प्रीन या अन्य गैर स्टेरोइड दवाइयाँ लेने से रक्त स्राव बढ़ जाता है। इसके स्थान पर संदिग्ध रोगियों को पेरासिटामोल देनी चाहिए।

RBSE Class 10 Physical Education Chapter 6 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
हैजा किस प्रकार फैलता है ? लक्षण एवं रोकथाम के उपाय लिखिए।
उत्तर:
हैजा – हैजा एक संक्रामक रोग है और यह संवाहक द्वारा फैलता है तथा यह पानी व भोजन द्वारा भी फैलता है। हैजे के रोगाणु रोगी के मल तथा आँतों में लाखों की संख्या में वास करते हैं। यह रोगी के शरीर से मल द्वारा बाहर निकलकर भूमि और जल में पहुँच जाते हैं। मक्खियों के द्वारा ये खाने-पीने की वस्तुओं में प्रवेश कर जाते हैं तथा खाने-पीने की वस्तुओं द्वारा शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।

रोग के लक्षण –

  1. इसका मुख्य लक्षण उल्टी और दस्त का होना है।
  2. रोग की तीव्रता बढ़ने के साथ-साथ दस्तों की मात्रा बढ़ जाती है।
  3. थोड़ी-थोड़ी देर के बाद पेशाब आने लगता है।
  4. प्यास अधिक लगती है।
  5. धीरे-धीरे शरीर में स्थिरता आ जाती है और रोगी बेहोश हो जाता है।

रोग की रोकथाम –

  1. रोग के फैलते ही सूचना तुरन्त सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को दी जानी चाहिये जिससे रोकथाम के अतिरिक्त नगर की सफाई आदि का भी प्रबंध किया जा सके।
  2. विद्यालय के प्रत्येक विद्यार्थी को रोग के टीके लगवा दिये जाएँ।
  3. बालक को हैजा होते ही तुरन्त अस्पताल पहुँचाना चाहिये तथा बाजार की सड़ी-गली वस्तुओं का सेवन नहीं करें।

प्रश्न 2.
व्यक्ति की स्वास्थ्य समस्या के प्रमुख कारणों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
व्यक्ति का शरीर एक मशीन के कलपुर्जे की तरह है जिसमें अनेक प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इन स्वास्थ्य समस्याओं के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं।

(1) पर्यावरण असन्तुलन् – मानव का शरीर पूर्णतया पर्यावरण पर निर्भर करता है। व्यक्ति जिस प्रकार के वातावरण में रहता है वह उसी के अनुरूप अपने आपको विकसित कर लेता है। अधिक गर्मी, अधिक सर्दी के मौसम में व्यक्ति यदि इनका ख्याल नहीं रखता है तो वह कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो सकता है। अत: सर्दी में गर्म कपड़े पहनना, बरसात के मौसम में बरसाती कपड़े पहनना व गर्मी के मौसम में लू नहीं लगे ऐसे कपड़ों का प्रयोग करना चाहिये अन्यथा व्यक्ति मौसमी बीमारियों से ग्रसित हो सकता है।

(2) असन्तुलित भोजन – स्वास्थ्य समस्या का दूसरा प्रमुख कारण असन्तुलित भोजन है। व्यक्ति को खाना कब खाना चाहिये, कितना खाना चाहिये, भोजन कैसा करना चाहिये यानि कि खाने में कैलोरी की मात्रा कितनी होनी चाहिये, गरिष्ट भोजन करना चाहिये या नहीं इत्यादि खाने सम्बन्धी आदतें व्यक्तियों को बीमार कर सकती हैं। जैसे व्यक्ति ज्यादा खाना खा लेता है तो वह मोटा हो जाता है, कम खाता है तो पतला हो जाता है। प्रोटीन युक्त, कार्बोहाइड्रेट वसायुक्त भोजन समय पर करना चाहिये जिससे शरीर को पूर्ण कैलोरी युक्त भोजन मिलता रहे। व्यक्ति को जंक फूड, फास्ट फूड, बासी भोजन, दूषित जल इत्यादि से बचना चाहिये। ये सभी ऐसे कारण हैं जिसके द्वारा स्वास्थ्य सम्बन्धी बीमारियाँ पनपती हैं।

(3) मादक पदार्थों का सेवन – स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का एक महत्त्वपूर्ण कारक मादक पदार्थों का सेवन करना है। वर्तमान समय में मादक पदार्थों का धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है जिसने हालात को जोखिम भरा बना दिया है। अपने खेल को उत्कृष्ट बनाने और प्रदर्शन को सुधारने के लिए खिलाड़ियों द्वारा कई प्रकार की दवाओं हार्मोन्स व आहार लेने का प्रयास किया जा रहा है। मादक पदार्थ मानसिक व शारीरिक रूप से उत्तेजक का कार्य करते हैं जो बाद में शारीरिक गतिविधि को प्रभावित करते हैं।

(4) मानसिक तनाव सम्बन्धी कारण – आज के समय में व्यक्ति को रक्तचाप अधिक व कम होता रहता है जिसका कारण नींद नहीं आना, हृदय रोग जैसी बीमारियों को पनपनी है। जिसका कारण मानसिक तनाव है। व्यक्ति की सोच नकारात्मक हो जाती है तथा किसी कार्य में रुचि नहीं होती है इसके अलावा आकस्मिक आपदा, नुकसान, शारीरिक विकलांगता, बेरोजगारी आदि कई परिस्थितियाँ हैं जो व्यक्तियों में मानसिक तनाव सम्बन्धी बीमारियों को जन्म देती हैं।

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