RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः

Rajasthan Board RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 पाठ्य-पुस्तकस्य अभ्यास-प्रणोत्तराणि

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 वस्तुनिष्ठ प्रश्ना

प्रश्न 1.
राजस्थान-सत्याग्रह संग्रामस्य प्रथमः सेनापतिः कः मन्यते – (राजस्थान सत्याग्रह संग्राम का प्रथम सेनापति कौन था।)
(अ) हीरालालः
(ब) नाथूलालः
(स) मोहनः
(द) पथिकः
उत्तराणि:
(द) पथिकः

प्रश्न 2.
हीरालालस्य पुत्रः कः आसीत्? (हीरालाल का पुत्र कौन था?)
(अ) नाथूलालः
(ब) पथिकः
(स) मोहनः
(द) कोऽपि न
उत्तराणि:
(स) मोहनः

प्रश्न 3.
‘प्रताप’ नामकस्य पत्रस्य सम्पादनं कः करोति? (प्रताप नानक पत्र का सम्पादन कौन करता है?)
(अ) शासकः
(ब) पथिकः
(स) नाथूलालः
(द) हीरालालः
उत्तराणि:
(ब) पथिकः

प्रश्न 4.
शासकेन कृतायाः राजस्थानस्य जनतायाः सामाजिकार्थिकपरिस्थित्याः प्रकाशकपत्रमासीत् – (शासक द्वारा की गई राजस्थान की जनता का सामाजिक और आर्थिक स्थिति को प्रकाशित करने वाला पत्र था।)
(अ) प्रतापः
(ब) राजस्थानकेसरी
(स) देवपुत्रः
(द) पांचजन्य।
उत्तराणि:
(ब) राजस्थानकेसरी

प्रश्न 5.
हीरालालः नाथूलालः च सर्वान् कृषकान् कस्य समीपमनयताम्? (हीरालाल और नाथूलाल सभी किसानों को किसके पास ले गये ?)
(अ) शासकस्य
(ब) सुभाषस्य
(स) पथिकस्य
(द) मोहनस्य।
उत्तराणि:
(स) पथिकस्य

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्नाः

प्रश्न 1.
बीजोल्यामण्डलं कस्य अन्तर्गते आसीत्? (बीजोल्या मण्डल किसके अन्तर्गत था?)
उत्तरम्:
मेदपाटान्तर्गत (मेवाड़ के अन्दर)।

प्रश्न 2.
बीजोल्या मण्डले क्षेत्राणि कीदृशानि सन्ति? (बीजोल्या मण्डल में खेत कैसे हैं?)
उत्तरम्:
शस्यश्यामलानि (फसल से हरे-भरे)।

प्रश्न 3.
शासकस्य घोषणानुसारेण कृषकाः कतिभागं अन्नं राजकोषे दास्यन्ति? (शासक की घोषणा के अनुसार किसान कितना भाग अन्न राजकोष में देंगे?)
उत्तरम्:
त्रिभागम् (तीन भाग, 3/4 भाग)

प्रश्न 4.
रुदन् अन्नं कः ददाति? (रोता हुआ अनाज कौन देता है?)
उत्तरम्:
हीरालालः

प्रश्न 5.
हीरालालः कियत् अन्नं ददाति? (हीरालाल कितना अन्न देता है ?)
उत्तरम्:
साधैकां बोरीम् (डेढ़ बोरी)

प्रश्न 6.
बोरीद्वयम् अन्नं कः ददाति? (दो बोरी अन्न कौन देता है?)
उत्तरम्:
नाथूलालः।

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 लघूत्तरात्मक प्रश्नाः

पूर्णवाक्येन उत्तरत- (पूरे वाक्य में उत्तर दें।)

प्रश्न 1.
हीरालालः कस्य गृहं गच्छति? (हीरालाल किसके घर जाता है?)
उत्तरम्:
हीरालालः नाथूलालस्य गृहं गच्छति। (हीरालाल नाथूलाल के घर जाता है।)

प्रश्न 2.
कृषकेभ्यः समुत्पादितमन्नस्य त्रिभागं कररूपेण कः गृह्णाति? (किसानों से पैदा हुए अन्न के तीन भाग कर रूप में कौन लेता है ?)
उत्तरम्:
कृषकेभ्यः समुत्पादितमन्नस्य त्रिभागं कररूपेण शासक: गृह्णाति। (किसानों से पैदा अन्न के तीन भाग कर के रूप में शासक लेता है।)

प्रश्न 3.
बुभुक्षिताः के शेरते? (भूखे कौन सोते हैं?)
उत्तरम्:
बुभुक्षिताः कृषकाणां बालकाः शेरते। (भूखे किसानों के बच्चे सोते हैं।)

प्रश्न 4.
कस्मात् कालात् क्रूरचक्रमिदं चाल्यते? (कितने समय से यह क्रूरचक्र चल रहा है?)
उत्तरम्:
विगतत्रिवर्षात् क्रूरचक्रमिदं चाल्यते। (विगत तीन वर्ष से यह क्रूरचक्र चल रहा है।)

प्रश्न 5.
कस्मिन् युगे संघे शक्तिः भवति? (किस युग में संघ में शक्ति होती है?)
उत्तरम्:
संघे शक्तिः कलौ युगे। (कलियुग में संघ में शक्ति होती है।)

प्रश्न 6.
पथिकं प्रति कः प्रभावितोऽस्ति? (पथिक से कौन प्रभावित है?)
उत्तरम्:
पथिकं प्रति महात्मा गाँधी अपि प्रभावितः अस्ति। (पथिक के प्रति महात्मा गाँधी भी प्रभावित हैं।)

प्रश्न 7.
जनाः पथिक कस्मात् कारणात् स्मरन्ति? (लोग पथिक को किस कारण से याद करते हैं?)
उत्तरम्:
जनाः पथिक स्वातन्त्र्यान्दोलन कारणात् स्मरन्ति। (लोग पथिक को स्वतन्त्रता आन्दोलन के कारण याद करते हैं।)

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 निबन्धात्मक प्रश्नाः

प्रश्न 1.
विजयसिंह पथिकस्य राष्ट्रिय आन्दोलने किम् योगदानम् आसीत् ? (विजयसिंह पथिक का राष्ट्रीय आन्दोलन में क्या योगदान था ?)
उत्तरम्:
पथिक: राजस्थानस्य सत्याग्रह संग्रामस्य प्रथमः सेनापति आसीत्। सः बीजोल्या ग्रामे कृषकाणां करमुक्तिमकारयत्। अनेक पत्राणां सम्पादनं प्रकाशनं च अकारयत्। कृषकान्दोलनं सफलमकारम्। स्वपत्रे सः राजस्थानस्य जनतायाः सामाजिकार्थिक परिस्थितिं प्रकटमकरोत्। प्रजामण्डले राष्ट्रियान्दोलनं प्रारब्धवान्। अनेकानि पुस्तकानि रचितानि। अनेकसंस्थानां स्थापनामकरोत्। देशस्य स्वातंत्र्याय सः बुभुक्षितः पिपासित: रुग्णोऽपि नैकवारंकारागृहमगच्छत्।

(पथिक राजस्थान के सत्याग्रह संग्राम का प्रथम सेनापति था। उसने बीजोल्या गाँव में किसानों को कर मुक्त कराया। अनेक पत्रों का सम्पादन और प्रकाशन किया। कृषक आन्दोलन को सफल कराया। अपने पत्र में उसने राजस्थान की जनता की सामाजिक और आर्थिक परिस्थिति को प्रकट किया। प्रजामण्डल में राष्ट्रीय आन्दोलन को आरम्भ किया। उसने अनेक पुस्तकों की रचना की। अनेक संस्थानों की स्थापना की। देश की स्वतन्त्रता के लिए वह भूखा-प्यासा और बीमार भी अनेक बार जेल । गया ।)

प्रश्न 2.
पथिक मेदपाटान्तर्गत बीजोल्यामण्डले कृषकानां समस्यासमाधानं कथं कृतम्? (पथिक ने मेवाड़ के अन्तर्गत बीजोल्या गाँव के किसानों की समस्या का समाधान कैसे किया ?)
उत्तरम्:
एकदा मेवाड़स्य अन्तर्गते बीजोल्यामण्डले शासकेन कृषकेभ्य: घोषणा कृता यत् सर्वे कृषकाः स्वक्षेत्रे उत्पन्नधान्यस्य भागत्रयं राजकोषे दास्यन्ति। अत: सर्वे कृषका: अन्नं शासकाय कररूपे ददति स्म। कृषकाणां स्व पुत्रपुत्र्यः बुभुक्षया पीडिताः भवन्ति स्म। तेषाम् अतीव दयनीयदशामवलोक्य पथिकः शासकाय अन्नं दातुं निषेधं करोति स्म। पथिकः सत्याग्रहम् अकरोत्। अन्ते शासकः पथिकस्य समक्ष नतमस्तकोऽभवत्। शासक तेभ्यः दशमांशमेव ग्रहीतुं स्वीकृतवान्।

(एक दिन मेवाड़ में बीजोल्या मण्डल में जागीरदार ने किसानों के लिए घोषणा की कि सभी किसान अपने खेत में उत्पन्न आनज के तीन भाग राजकोष में देंगे। अतः सभी किसानों ने अनाज शासक को कर के रूप में दे दिया। कृषकों के अपने बच्चे भूख से पीड़ित हुए। उनकी अतीव दयनीय दशा को देखकर पथिक ने शासक को अन्न देना बन्द करा दिया। पथिक ने सत्याग्रह किया। अन्त में शासक पथिक के सामने नतमस्तक हो गया। शासक ने उनसे दशवाँ भाग लेना स्वीकार कर लिया।)

प्रश्न 3.
‘विगतत्रिवर्षात् इदं क्रूरचक्र चाल्यते’ इति श्रुत्वा पथिकेन किम् कथितम्? (विगत तीन वर्ष से यह क्रूर चक्र चलाया जा रहा है। यह सुनकर पथिक ने क्या कहा ?)
उत्तरम्:
सोऽकथयत् यत् निर्धन कृषकान् शासकोऽयं लुण्ठति। अत: कररूपेण अन्नदानं अवरुद्धं कुरुत न कोऽपि कृषकः एकमपि अन्नकणं दास्यति शासकीय। (उसने कहा कि गरीब किसानों को यह शासक लूटता है। अतः कर के रूप में अन्न देना बन्द कर दो। कोई भी किसान एक भी अन्न का दाना शासक को नहीं देगा।)

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 व्याकरणात्मक-प्रश्नाः

प्रश्न 1.
अधोलिखितपदानां मूलशब्द-लिंग-विभक्तिं, वचनं च लिखत-(निम्न पदों के मूल शब्द, लिंग, विभक्ति और वचन लिखिए)
उत्तरम्:
RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः 1

प्रश्न 2.
अधोलिखित क्रियापदानां मूलधातु लकारः पुरुषं वचनं च लिखत (निम्न क्रिया पदों की मूल धातु, लकार, पुरुष और वचन लिखें।)
उत्तरम्:
RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः 2

प्रश्न 3.
अधोलिखितपदानां सन्धिविच्छेदं कृत्वा सन्धेः नामापि लिखत (निम्न पदों का सन्धि-विच्छेद करके सन्धि का नाम भी लिखिए)
उत्तरम्:
RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः 3

प्रश्न 4.
अधोलिखितपदानां प्रकृति-प्रत्ययौ लेख्यौ-(निम्न पदों के प्रकृति-प्रत्यय लिखिए-)
उत्तरम्:
RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः 4

प्रश्न 5.
अधोलिखित पदानां प्रयोगं कृत्वा वाक्य-निर्माणं कुरुत-(निम्न पदों का प्रयोग करके वाक्य निर्माण कीजिए-)
उत्तरम्:
RBSE Solutions for Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिकः 5

प्रश्न 6.
अधोलिखितानि अशुद्धवाक्यानि शोधनीयानि – (निम्न अशुद्ध वाक्य शुद्ध करें)
1. हीरालालः शासकाय अन्नं ददति।
उत्तरम्:
हीरालाल: शासकाय अन्नं ददाति।

2. सर्वे कृषकः मिलित्वा पथिकस्य गृहं गच्छति।
उत्तरम्:
सर्वे कृषक: मिलित्वा पथिकस्य गृहं गच्छन्ति।

3. अहं स्वनिये संशोधनं करोति।
उत्तरम्:
अहं स्वनिर्णये संशोधनं करोमि।

4. वयं तु अन्यायस्य विरोधं कुर्वः।
उत्तरम्:
वयं तु अन्यायस्य विरोधं कुर्मः।

5. सः सामान्यशिक्षकः न सन्ति।
उत्तरम्:
सः सामान्यशिक्षकः न अस्ति।

RBSE Class 11 Sanskrit सत्प्रेरिका Chapter 12 अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तराणि

प्रश्न 1.
राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीरपथिकः’ इति नाटकं केन रचितम्?
उत्तरम्:
‘राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीरपथिकः’ नाटक श्रीवासुदेव शास्त्रि महाभागेन लिखितम्। (‘राजस्थान का स्वातन्त्र्यवीरपथिकः’ नाटक श्रीवासुदेव शास्त्रि महोदय ने लिखा है।)

प्रश्न 2.
राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीरपथिकः’ इति नाटके कि वर्णितम्? (‘राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीर पथिक’ इस नाटक में क्या वर्णित है)
उत्तरम्:
‘राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीरपथिकः’ इति नाटके श्रीविजयसिंह पथिकस्य राष्ट्रिये आन्दोलने भूमिका वर्णिता। (‘राजस्थानस्य स्वातन्त्र्यवीरपथिकः’ इस नाटक में श्री विजय सिंह पथिक की राष्ट्रीय आन्दोलन में भूमिका वर्णित है।)

प्रश्न 3.
सत्याग्रह संग्रामस्य प्रथमः सेनापतिः कः मन्यते? (सत्याग्रह संग्राम का प्रथम सेनापति कौन माना जाता है?)
उत्तरम्:
पथिकः सत्याग्रह संग्रामस्य प्रथम: सेनापतिः मन्यते। (पथिक सत्याग्रह संग्राम का प्रथम सेनापति माना जाता है।)

प्रश्न 4.
शासकेन बीजोल्या-कृषकेभ्यः का घोषणाकृता? (शासक ने बीजोल्या के किसानों के लिए क्या घोषणा की ?)
उत्तरम्:
सर्वे कृषकाः स्वक्षेत्रे उत्पन्न धान्यस्य भागत्रयं राजकोषे दास्यन्ति। (सब किसान अपने खेत में पैदा हुए अन्न के तीन भाग राजकोष में देंगे।)

प्रश्न 5.
कृषकाः कस्मात् अन्नस्य भागत्रयं ददति स्म? (किसान किस कारण से अन्न के तीन भाग राजकोष में देते थे?)
उत्तरम्:
उत्पन्नमन्नम् भागत्रयं कररूपे ददति स्म। (उत्पन्न अन्न के तीन भाग कर के रूप में देते थे।)

प्रश्न 6.
बीजोल्यायाः कृषकाणां का स्थितिः आसीत्? (बीजोल्या के किसानों की क्या स्थिति थी ?)
उत्तरम्:
बीजोल्यायाः कृषकाणां स्थिति: दयनीया अस्ति। (बीजोल्या के किसानों की स्थिति दयनीय थी।)

प्रश्न 7.
बीजोल्यायाः कृषका पथिकस्य समीपं केन प्रयोजनेनागच्छन्। (बीजोल्या के किसान किस प्रयोजन से पथिक के पास गये थे?)
उत्तरम्:
बीजोल्यायाः कृषकाः स्ववेदनां कथयितुं पथिकस्य समीपम् अगच्छन्। (बीजोल्या के किसान अपनी वेदना कहने के लिए पथिक के पास गये।)

प्रश्न 8.
बीजोल्यामण्डले शस्यश्यामलानि क्षेत्राणि अवलोक्य शासकः किम् अचिन्तयत् ? (बीजोल्या मण्डल में फसल से हरे-भरे खेतों को देखकर शासक ने क्या सोचा?)
उत्तरम्:
सोऽचिन्तयत् यत् शस्यं प्रभूतं भविष्यति अत: कररूपेण अत्यधिकम् अन्नं ग्रहीतव्यम्। (उसने सोचा कि फसल बहुत होगी अतः कर के रूप में बहुत अधिक लेना चाहिए।)

प्रश्न 9.
सर्वत्र मेदपाटे का घोषणाकृता शासकेन? (सारे मेवाड़ में शासक द्वारा क्या घोषणा की गई?)
उत्तरम्:
क्षेत्रेषु यद् अन्नं भविष्यति तस्य त्रिभागं राजकोषे सर्वे अनिवार्यरूपेण दास्यन्ति। इति शासकेन घोषणा कृता। (‘खेतों में जो अन्न होगा उसको तीन भाग राजकोष में सभी अनिवार्य रूप से देंगे’ ऐसी शासक ने घोषणा की।)

प्रश्न 10.
‘अद्यत्वेऽस्माकम् अशुभानि दिनानि सन्ति।’ इति केन उक्तम्? (‘आजकल हमारे बुरे दिन हैं’ यह किसने कहा?)
उत्तरम्:
‘अद्यत्वेऽस्माकम् अशुभानि दिनानि सन्ति’ इति नाथूलालेन उक्तम्। (‘आजकल हमारे बुरे दिन हैं’ यह नाथूलाल ने कहा ।)

प्रश्न 11.
शासकः हीरालालस्य गृहं गत्वा किमपृच्छत्? (शासक ने हीरालाल के घर जाकर क्या पूछा ?)
उत्तरम्:
सोऽपृच्छत्-“कथयतु तव क्षेत्रे कियदन्नमुत्पन्नम् ?” (उसने पूछा, “कहो तुम्हारे खेत में कितना अन्न पैदा हुआ है?”)

प्रश्न 12.
शासकं हीरालालः किम् उदतरत्? (शासक को हीरालाल ने क्या उत्तर दिया ?)
उत्तरम्:
सः उदतरत्-”केवलं बोरीद्वयम् गोधूममुत्पन्नम्। (उसने उत्तर दिया-केवल दो बोरी गेहूँ पैदा हुआ है।)

प्रश्न 13.
हीरालालः कथम् अन्नं ददाति? (हीरालाल कैसे अन्न देता है?)
उत्तरम्:
हीरालाल: रुदन् अन्नं ददाति। (हीरालाल रोता हुआ अन्न देता है।)

प्रश्न 14.
नाथूलालस्य क्षेत्रे किमदन्नमुत्पन्नम्? (नाथूलाल के खेत में कितना अन्न पैदा हुआ?)
उत्तरम्:
नाथूलालस्य क्षेत्रे केवलं बोरीत्रयम् अन्नमुत्पन्नम्। (नाथूलाल के खेत में तीन बोरी अनाज पैदा हुआ।)

प्रश्न 15.
शासकः नाथूलालं कियदन्नं दातुं आदिष्टवान्? (शासक ने नाथूलाल को कितना अन्न देने का आदेश दिया ?)
उत्तरम्:
शासकः नाथूलालं बोरीद्वयमन्नं दातुम् आदिष्टवान्। (शासक ने नाथूलाल को दो बोरी अनाज देने के लिए आदेश दिया।)

प्रश्न 16.
हीरालालः नाथूलालं कुत्र गन्तुं कथयति? (हीरालाल नाथूलाल को कहाँ जाने के लिए कहता है?)
उत्तरम्:
हीरालाल: नाथूलालं विजयसिंह पथिकस्य गृहं गन्तुं कथयति। (हीरालाल नाथूलाल को विजयसिंह पथिक के घर जाने के लिए कहता है।)

प्रश्न 17.
नाथूलालः पथिकस्य विषये किं चिन्तयति स्म? (नाथूलाल पथिक के विषय में क्या सोचता था?)
उत्तरम्:
स: चिन्तयति स्म यत् सः तु सामान्यः शिक्षकः सः किं सहाय्यं कर्तुं शक्नोति? (वह सोचता है कि यह तो साधारण शिक्षक है, वह क्या सहायता कर सकता है?)

प्रश्न 18.
हीरालालः नाथूलालं कथं पथिकस्य परिचयं ददाति? (हीरालाल नाथूलाल को पथिक का कैसे परिचय देता है?)
उत्तरम्:
सः तु सामान्य शिक्षकः नास्ति। सः तु क्रान्तिकारी देशभक्तः अस्ति इति हीरालालः पथिकस्य परिचयम् अददात्। (वह तो सामान्य शिक्षक नहीं है। वह तो क्रान्तिकारी देशभक्त है। हीरालाल ने पथिक का परिचय दिया।

प्रश्न 19.
सर्वे कृषकाः मिलित्वा कुत्र अगच्छन्? (सभी किसान मिलकर कहाँ गये?)
उत्तरम्:
सर्वे कृषकाः मिलित्वा पथिकस्य गृहम् अगच्छन्। (सभी किसान मिलकर पथिक के घर गये।)

प्रश्न 20.
कृषकाणां वेदनां श्रुत्वा पथिकः तान् किं निर्दिष्टवान्? (किसानों की वेदना को सुनकर पथिक ने उन्हें क्या निर्देश दिया ?)
उत्तरम्:
पथिकः अकथयत् यत् शासकः तु निर्धनान् लुण्ठति अत: कररूपेण अन्नदानम् अवरुद्धं कुरुत। न कोऽपि कृषकः एकमपि अन्नकणं दास्यति शासकाय। (पथिक ने कहा कि शासक तो गरीबों को लूटता है, अतः कर के रूप में अन्न देना रोक दिया जाये। कोई भी किसान एक भी अन्न का दाना शासक को नहीं देगा।)

प्रश्न 21.
पथिकः किम् पत्रं सम्पादितवान्? (पथिक ने किस पत्र को सम्पादन किया ?)
उत्तरम्:
पथिकः ‘प्रताप’ नामकस्य पत्रं सम्पादनम् अकरोत्। (पथिक ने ‘प्रताप’ नाम के पत्र का सम्पादन किया ।)

प्रश्न 22.
पथिकः कस्य पत्रस्य प्रकाशनम् अकरोत्? (पथिक ने किस पत्र का प्रकाशन किया?) ।
उत्तरम्:
पथिकः ‘राजस्थानकेसरी’ नाम्नः पत्रस्य प्रकाशनम् अकरोत्। (पथिक ने राजस्थान-केसरी’ नाम के पत्र का प्रकाशन किया ।)

प्रश्न 23.
प्रजामण्डले राष्ट्रियान्दोलनं कः प्रारब्धवान्? (प्रजामण्डल में राष्ट्रीय आन्दोलन किसने प्रारम्भ किया?)
उत्तरम्:
पथिकः प्रजामण्डले राष्ट्रियान्दोलनं प्रारब्धवान्। (पथिक ने प्रजामण्डल में राष्ट्रीय आन्दोलन आरम्भ किया।)

प्रश्न 24.
पथिकं प्रति कः प्रभावितः आसीत्? (पथिक से कौन प्रभावित था?)
उत्तरम्:
पथिकं प्रति महात्मा गांधी अपि प्रभावितः आसीत्। (पथिक के प्रति महात्मा गांधी भी प्रभावित थे।)

प्रश्न 25.
पथिकः आन्दोलनं सक्रियं कर्तुं किमकरोत्? (पथिक ने आन्दोलन को सक्रिय करने के लिए क्या किया ?)
उत्तरम्:
पथिकः आन्दोलनं सक्रियं कर्तुं अनेक संस्थानां स्थापना अकरोत्। (पथिक ने आन्दोलन सक्रिय करने के लिए अनेक संस्थानों की स्थापना की।)

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