RBSE Solutions for Class 9 Physical Education Chapter 9 जिम्नास्टिक, पिरामिड्स

Rajasthan Board RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 जिम्नास्टिक, पिरामिड्स

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
समस्त खेलों की जननी किसे कहा जाता है?
उत्तर:
जिम्नास्टिक को समस्त खेलों की जननी कहा जाता है।

प्रश्न 2.
जिम्नास्टिक गतिविधियाँ कहाँ की जाती हैं ?
उत्तर:
जिम्नास्टिक की गतिविधियाँ प्रायः जिम्नेजियम में की जाती हैं।

प्रश्न 3.
सामूहिक अभ्यास का व्यायाम कौनसा है?
उत्तर:
पिरामिड सामूहिक अभ्यास का व्यायाम है।

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जिम्नास्टिक में फर्श पर किये जाने वाले व्यायाम के नाम बताइये।
उत्तर:
जिम्नास्टिक में फर्श पर किये जाने वाले व्यायाम –

  1. आगे लुढ़कना
  2. पीछे लुढ़कना
  3. कार्टव्हील
  4. सिर के बल लुढ़कना
  5. आगे-पीछे लुढ़कना
  6. आगे की तरफ गोता लगाना
  7. हाथ के बल खड़ा होना।

प्रश्न 2.
पैरेललबार के बारे में बतायें तथा उस पर किये जाने वाले तीन व्यायाम के नाम लिखें।
उत्तर:
पैरेललबार इसमें एक स्टैण्ड होता है जिसमें दो समानान्तर लोहे या लकड़ी के गोल डंडे लगे होते हैं।
इस पर किये जाने वाले तीन व्यायाम –

  1. फ्रंट हैड स्पोर्ट
  2. अपर आर्म
  3. टू शोल्डर

प्रश्न 3.
पॉमल हॉर्स पर किये जाने वाले चार व्यायाम के नाम लिखें।
उत्तर:
पॉमल हॉर्स पर किये जाने वाले चार व्यायाम –

  1. माउन्ट ऑन दी पॉमल हॉर्स
  2. अण्डरकट (एक टाँग से घूमना)
  3. दोनों टाँगों से घूमना
  4. सीजर्स बैकवार्ड एवं फारवर्ड

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जिम्नास्टिक में उपकरण पर किये जाने वाले चार व्यायाम के नाम बताते हुए किसी एक व्यायाम का वर्णन करें।
उत्तर:
जिम्नास्टिक में उपकरण पर किये जाने वाले चार व्यायाम –

  1. पैरेललबार (छात्र हेतु)
  2. होरीजेन्टल बार (छात्रा हेतु)
  3. पॉमले हॉर्स (छात्र हेतु)
  4. बैलेंसिंग बीम (छात्रा हेतु)

बैलेंसिंग बीम – यह लकड़ी या धातु का बना रहता है, जिसका आकार वर्गाकार होता है। इसके दोनों सिरे फ्रेमों का सहारा लिये होते हैं। बीम के व्यायाम में शारीरिक संतुलन व मानसिक एकाग्रता की आवश्यकता होती है। बीम के व्यायाम से पहले बीम पर चढ़ने व उतरने का अभ्यास आवश्यक होता है। इसके प्रमुख व्यायाम हैं।

  1. बीम पर आगे-पीछे चलना
  2. बीम पर घूमना
  3. बीम पर लुढ़कना
  4. बीम पर पुल बनाना (पैरों का सन्तुलन)

प्रश्न 2.
फर्श पर किये जाने वाले किन्हीं दो व्यायामों का वर्णन करें।
उत्तर:
फर्श पर किये जाने वाले व्यायाम – जिम्नास्टिक में सबसे सरल व्यायाम फर्श के होते हैं। इन्हें उठते-बैठते कभी भी हाथ-पैरों की सहायता से किया जा सकता है। फर्श पर केवल गद्दा (मेट) बिछाने की आवश्यकता रहती है। प्रारम्भिक अवस्था में फर्श के व्यायाम ही किये जाने चाहिये, इनके लिये किसी उपकरण की आवश्यकता नहीं होती।

  1. आगे लुढ़कना – यह व्यायाम गद्दे पर किया जाता। है। गद्दे के एक किनारे पर खड़े होकर, हाथों को फर्श के समानान्तर करें, फिर हाथों की हथेलियों को घुटनों के बल झुकाते हुये गद्दे पर टिका दें तथा गर्दन को दोनों हाथों के अन्दर की ओर मोड़ कर कोहनियों को मोड़ते हुये कन्धों पर कमर के सहारे आगे की ओर लुढ़क जायें। लुढ़कते समय घुटनों को मिलाकर एवं मोड़ कर सीने के पास रखें जिससे कि लुढ़कने में कठिनाई न हो।
  2. पीछे लुढ़कना – व्यायाम के पूर्व गद्दे के किनारे पर खड़े हों, कमर तथा गर्दन को पीछे की ओर झुकाते हुये फर्श पर बैठ जायें। पैरों को आगे की ओर अर्द्धवृत्ताकार रूप में सिर की तरफ घुमायें। अब हाथों की हथेलियों को जमीन पर टिकाते हुए पीछे की ओर लुढ़क जायें। पीछे लुढ़कते समय पंजों में खिंचाव हो और पाँव घुटने से नहीं मुड़ें।
  3. कार्ट व्हील – जिस प्रकार गाड़ी का पहिया गोलगोल घूमता है। उसी प्रकार शरीर को हाथों के बल पर पहिये की आकृति के अनुसार गोल घुमाना होता है।
  4. सिर के बल लुढ़कना – उकडू बैठकर दोनों हथेलियों को सहारा लेते हुए सिर को फर्श से लगा देना चाहिये तथा दोनों पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाकर दूसरी ओर जाकर कुलामाडी खानी है।
  5. आगे-पीछे लुढ़कना – गद्दे के ऊपर लेटकर टाँगों को मोड़कर पेट की तरफ दबाना चाहिये। दोनों हाथों से मुड़े हुए पाँवों को पकड़कर आगे-पीछे लुढ़कना है। इस अभ्यास को धीरे-धीरे शारीरिक क्षमता के अनुसार करना चाहिए।
  6. आगे की तरफ गोता लगाना – गद्दे पर दोनों हाथों के बल इस तरह गोता लगाना चाहिये जिससे पूरा शरीर वृत्ताकार रूप में घूम जाये। गोता लगाते समय हाथों और पाँवों को मजबूत स्थिति में रखना चाहिये।
  7. हाथ के बल खड़ा होना – हाथों की हथेलियों को जमीन पर टिकाते हुए दोनों पैरों के साथ पूरे शरीर को ऊपर उठाते हुये 90° का कोण बनाइये। इस स्थिति में शरीर का पूरा वजन हाथों पर आ जायेगा तथा धीरे-धीरे पैरों को जमीन पर ले आइये।

प्रश्न 3.
करतब क्या है? इसकी किन्हीं दो क्रियाओं का वर्णन करें।
उत्तर:
करतब – करतब की क्रियाएँ युवाओं में दमखम, साहस, आत्मविश्वास एवं कौशल का विकास करती हैं। ये महत्त्वपूर्ण शारीरिक क्रियाएँ हैं। करतब की क्रियाएँ विशेष रूप से किशोर एवं युवाओं में रुचिकर एवं आकर्षक होती हैं। करतब की शारीरिक क्रियाओं में दो या दो से अधिक प्रतियोगियों का एक-दूसरे से सम्पर्क होता है। अतः सावधानीपूर्वक ही इन क्रियाओं में भाग लेना चाहिए, वरना प्रतियोगी को चोट लग सकती है। अतः इन क्रियाओं को सम्बन्धित विशेषज्ञों के निर्देशन में ही करें एवं कोई भी प्रक्रिया करने से पूर्व शरीर को पर्याप्त वार्म अप करें तथा प्रक्रिया के अनुरूप ही सुरक्षात्मक साधनों का प्रयोग करें तथा इसी के अनुरूप पोशाक पहनी जावे। प्रक्रियाएँ समान लिंग, आयु एवं वजन के प्रतियोगियों के मध्य की जावे। साथ ही पर्याप्त मात्रा में दरी, गद्दे, सुरक्षा गार्ड आदि काम में लिये जावें। करतब की प्रतियोगिताएँ –

  1. लँगड़ी संतुलन लड़ाई – दोनों प्रतियोगी एक-दूसरे के सामने खड़े होकर एक-दूसरे के विपरीत हाथ की हथेलियों को मजबूती से पकड़ लेते हैं तथा दूसरे हाथ से स्वयं की टाँग पीछे मोड़कर पकड़ लेते हैं। व्हीशल या संकेत पर एक-दूसरे को खींचकर या धकेल कर सन्तुलन बिगाड़ने का प्रयास किया जाता है। जिसका सन्तुलन बिगड़ जाये, वह हारा हुआ माना जायेगा। इसके 3 से 5 राउण्ड कराये जा सकते हैं।
  2. मेडिसिन बाल टाँगों से फेंकना – एक प्रतियोगी समतल स्थान पर पीठ के बल लेट जाता है। उसके पैरों के पास मेडीसिन बॉल होती है। व्हीशल या संकेत पर पैरों से बाल उठाकर दो मीटर दूरी पर खड़े प्रतिद्वन्द्वी की ओर फेंकता है। ऐसा लगातार 3 से 5 बार तक किया जा सकता है। फिर प्रतिद्वन्द्वी खिलाड़ी लेटकर यही क्रिया दोहराता है। उसे भी 3 से 5 बार अवसर दिये जाते हैं। जो प्रतियोगी कम समय में करेगा, वह विजयी होगा।

प्रश्न 4.
पिरामिड क्या है ? पाँच या नौ बालकों को पिरामिड किस प्रकार बनाओगे, वर्णन करें।
उत्तर:
पिरामिड – पिरामिड का व्यायाम सामूहिक अभ्यास का व्यायाम है। इसमें कई छात्रों की आवश्यकता होती है। इस व्यायाम में एकाग्रता, तालमेल एवं पारस्परिक समझ की बहुत आवश्यकता होती है। इसमें छात्रों को सामूहिक रूप में भिन्नभिन्न प्रकार की शारीरिक क्रियायें करनी पड़ती हैं। पिरामिड के लिये छात्रों के कंधों, हाथों तथा पैरों को मजबूत होना आवश्यक है। पिरामिड के खिलाड़ी का शरीर मजबूत, लचीला एवं फुर्तीला होना चाहिये। पाँच बालकों का पिरामिड हैं।

  1. चार बालक एक कतार में खड़े करेंगे।
  2. बीच के दो बालक घुटनों के बल बैठ जायेंगे।
  3. उनके दोनों हाथ घुटनों के बगल में जमीन पर सीधे रखेंगे।
  4. पाँचवाँ बालक बैठे हुए बालकों के बाएँ व दाएँ कन्धे पर पैर रखकर खड़ा हो जायेगा।
  5. कतार का तीसरा व चौथा बालक दोनों ही अपने स्थान पर हाथ संतुलित करके व्यायाम करेंगे।
  6. पाँचवाँ बालक तीसरे व चौथे बालकों के पैरों को दोनों हाथों से अलग-अलग पकड़ेगा।

नौ बालकों का पिरामिड –

  1. चार छात्र घुटनों एवं हथेलियों के बल जमीन पर समानान्तर घोड़े की तरह बैठ जाते हैं।
  2. उनके ऊपर तीन हल्के साथी पीठ पर एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर खड़े होंगे।
  3. दो छात्र बाएँ और दाएँ हाथों के सन्तुलन की स्थिति बनायेंगे।
  4. पीठ पर खड़े साथी एक हाथ से उनका सन्तुलन पैरों को पकड़ते हुए साधेगे।

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जिम्नास्टिक की सफलता किस पर निर्भर करती है?
उत्तर:
जिम्नास्टिक की सफलता शरीर के लचीलेपन पर निर्भर करती है।

प्रश्न 2.
पिरामिड के खिलाड़ी का शरीर कैसी होना चाहिए ?
उत्तर:
पिरामिड के खिलाड़ी का शरीर मजबूत, लचीला एवं फुर्तीला होना चाहिये।

RBSE Class 9 Physical Education Chapter 9 लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जिम्नास्टिक से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
जिम्नास्टिक्स वे कसरत हैं जो अखाड़ों या मुलायम फर्श पर की जाती है। जिम्नास्टिक में शरीर के समस्त अंगों का व्यायाम होता है। जिम्नास्टिक की सफलता शरीर के लचीलेपन पर आधारित है।

प्रश्न 2.
जिम्नास्टिक को खेलों की जननी क्यों कहा गया है?
उत्तर:
जिम्नास्टिक को समस्त खेलों की जननी कहा जाता है, क्योंकि जिम्नास्टिक में शरीर के समस्त अंगों का व्यायाम होता है। इससे बालक की मांसपेशियों में चुस्ती, दृढ़ता एवं स्फूर्ति आ जाती है। इससे बालकों के शरीर में लचीलापन व संतुलन अच्छा हो जाता है। इससे स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक अंग का व्यायाम हो जाता है तथा व्यायाम से शरीर गतिशील, पुष्ट और स्फूर्तिवान बनता है।

प्रश्न 3.
होरीजेन्टल बार पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
होरीजेन्टल बार – यह 3 मीटर लम्बी लोहे की एक छड़ होती है। यह दो स्टेन्डों पर जमीन से 2.50 मीटर ऊँचाई पर लगाई जाती है। इस उपकरण पर विभिन्न व्यायामों को संयुक्त कर किया जाता है। इसमें सर्वप्रथम उछल कर दोनों हाथों से बार को पकड़ा जाता है। फिर पुलअप, पाँव को हवा में लटकाना, लेगलिप्स, नितम्ब को बार के नीचे से ऊपर उठाना, जम्प टू फ्रण्ट स्पोर्ट आदि व्यायाम किये जाते हैं।

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